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What is Digital Literacy डिजिटल लिटरेसी क्या है

कक्षा 6 से 8 तक के परिषदीय स्कूलों के छात्र पढ़ेंगे डिजिटल लिटरेसी

 What is Digital Literacy डिजिटल लिटरेसी क्या है

डिजिटल लिटरेसी क्या है:

अगर इसे सीधी और सरल पारंपरिक भाषा में कहें तो किसी भाषा को पढ़ने,लिखने व समझने को ही सीखना कहेंगे। अब बात करेंगे “डिजिटल लिटरेसी” इसका मतलब या इसका अर्थ क्या तो इसका अर्थ यही होता है कि अभी तक हम किताब सीधे पढ़ाई आ रहे हैं,कॉपी पर सीधे कलम से लिखते आ रहे हैं,और अपनी पढ़ाई के हर एक पाठ लेखन से कापी पर नोट्स बनाते रहे हैं। उन्हें याद करते हैं,फिर अपने किसी फ्रेंड को कापी दे देते हैं और काफी किताबें हमारे बैग में होती है, तो डिजिटल लिटरेसी का मतलब यही है कि कंप्यूटर से अब पढ़ाई होने लगी है। कंप्यूटर की स्क्रीन पर हम कीबोर्ड के माध्यम से ‘प्रश्न और उत्तर’लिखने लगे हैं, इंटरनेट के माध्यम से हम घर बैठे अपने नोटस अपने दोस्तों से कंप्यूटर के माध्यम से, मोबाइल के माध्यम से, लैपटॉप के माध्यम से,आदान-प्रदान करने लगे हैं । यही डिजिटल लिटरेसी के माध्यम से कक्षा 6 से कक्षा 8 के बच्चों को परिषदीय स्कूलों में सिखाया जाएगा कंप्यूटर से नोट्स कैसे बनाते हैं ? कीबोर्ड से कैसे लिखते हैं ? स्क्रीन पर फिर उन नोटिस को हम अपने टीचर से कैसे आदान-प्रदान करते हैं ? ऑनलाइन क्लासेस कैसे हम ज्वाइन करेंगे ? अपने मोबाइल से, अपने लैपटॉप से, अपने कंप्यूटर के माध्यम से इसके बारे में पढ़ाई का प्रावधान परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पढ़ाया जाएगा । जैसे कॉपी में पेज होता है, वैसे ही कंप्यूटर स्क्रीन पर पेज कैसे बनाना है। किताब के नोट्स कंप्यूटर में कैसे लिखेगे, इंटरनेट के माध्यम से हम इसे किसी दूसरे को ईमेल से ट्रांसफर कैसे करेंगे? हम इन नोट्स को अपनी आवाज में केसे रिकॉर्ड कर किसी को कैसे भेजेंगे ? अपने अध्यापक के द्वारा हम अपने घर से ही ईमेल के माध्यम से Nots कैसे आदान-प्रदान करेंगे ?

इंटरनेट का सही उपयोग:

इस तकनीक के अंतर्गत आजकल देखा जाता है कि छात्र फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर कुछ ना कुछ देखा करते हैं। लेकिन इसका सही उपयोग करने के लिए इस तकनीक के अंतर्गत छात्रों को उनकी पढ़ाई के बारे में बताया जाएगा। उनको यह भी बताया जाएगा। कि इंटरनेट पर कैसे हम डिजिटल लाइब्रेरी खोल सकते हैं। जिससे एक बार लॉगिन आईडी पासवर्ड का उपयोग करके हम किसी भी पुस्तक को अपने घर पर कंप्यूटर के स्क्रीन पर,या मोबाइल की स्क्रीन पर, आराम से पढ़ सकते हैं । क्योंकि कुछ ऐसी लाइब्रेरी हैं या सरकारी लाइब्रेरी है। जिन पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है । छात्र किसी भी सूचना की जानकारी जब चाहे तब इस तकनीक के माध्यम से अपने मोबाइल इंटरनेट से सर्च कर प्राप्त कर सकता है । यह टेक्निकल जानकारी छात्रों को टीचर द्वारा पढ़ाया जाएगा। इसके लिए यह उचित व्यवस्था का प्रावधान परिषदीय स्कूलों में किया जा रहा है।

सोशल मीडिया मानव जीवन का हिस्सा बन गया:

बात आज Students या किसी भी व्यक्ति की की जाए तो वह सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ मिलता है। और लगभग वह हर दिन कुछ समय अपना सोशल मीडिया पर जरूर देता है ।तो इसी को देखते हुए “डिजिटल लिटरेसी” के माध्यम से छात्रों को यह पढ़ाया जाएगा । उनको अच्छी बातें और उनकी उपयोगी किताबों के पाठ भी इसी के माध्यम से पढाये जाएंगे।

छात्र जैसे यूट्यूब पर कोई गेम खेलते हैं, गाना सुनते हैं,उससे उनके जीवन पर वैसा ही प्रभाव पड़ता है। इसलिए अब इस “डिजिटल लिटरेसी” तकनीक के द्वारा छात्रों को उनकी किताबों के बारे में कैसे पढ़ना है। कैसे उन्हें Log in करना है कैसे अपनी किताब खोजनी है,इसकी भी जानकारी छात्रों को दी जाएगी। अध्ययन करना सिखाया जाएगा ,जो कि इंटरनेट के माध्यम से कोई भी छात्र अपने घर से ही पढ़ाई कर सके।

डिजिटल अधिकार:

डिजिटल साक्षरता की भूमिका और प्राकृतिक चर्चा हम करने के बाद, हमारे डिजिटल अधिकार क्या हैं, उनके बारे में भी हमें जानने का पूरा अधिकार होगा, किन बातों का इस पर प्रयोग नहीं करना है । इसके बारे में भी इसकी जानकारी छात्रों को दी जाएगी। कौन सी वीडियो इस पर अपलोड करना है कौन सी किस तरह की भाषा का प्रयोग करना है। यह सब जानकारी इस “डिजिटल लिटरेसी”के माध्यम से दी जाएगी।

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